लड़की की विदाई के वक्त मां-बाप से ज्यादा तो गाजर वही .. नतीजा अलग-अलग। इसलिए जो बनना चाहते हैं, वैसे माहौल में बैठें उसे समजाऊँ मैं कैस
लड़की की विदाई के वक्त मां-बाप से ज्यादा तो गाजर वही .. नतीजा अलग-अलग। इसलिए जो बनना चाहते हैं, वैसे माहौल में बैठें उसे समजाऊँ मैं कैस